महिलाओं के लिए परिवहन से स्वरोजगार तक: इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर का बढ़ता प्रभाव

2025-05-21 00:39:29 admin 4

 भारतमेंमहिलासशक्तिकरणकेवलशिक्षायास्वास्थ्यतकसीमितनहींरहगयाहै।अबमहिलाएंपरिवहनजैसेपरंपरागतरूपसेपुरुष-प्रधानक्षेत्रमेंभीप्रवेशकररहीहैं,औरइसकाबड़ाश्रेयजाताहै—इलेक्ट्रिकथ्री-व्हीलर(ई-रिक्शा)को,जिसनेड्राइविंगकोआसान,सुरक्षितऔरकिफायतीबनादियाहै।

 परिवहनउद्योगमेंमहिलाओंकीनईभूमिका

 जहांपहलेमहिलाएंपरिवहनसेवाकाउपयोगकर्ताथीं,वहींअबवेस्वयंइससेवाकीप्रदाताऔरउद्यमीबनरहीहैं।इसकेपीछेमुख्यकारणहैं:

 •ई-थ्री-व्हीलरचलानापारंपरिकगियरवाहनकीतुलनामेंसरलहोताहै।

 •यहवाहनकमशोर,कमवाइब्रेशन,औरहल्कासंचालनप्रदानकरताहै,जिससेमहिलाएंआरामसेइसेनियंत्रितकरसकतीहैं।

 •ड्राइविंगलाइसेंसप्राप्तकरनाऔरप्रशिक्षणलेनाअबकईराज्योंमेंमहिलाविशेषकार्यक्रमोंकेतहतसरलऔरनिःशुल्कहोगयाहै।

 रोजगारसेआत्मनिर्भरतातक

 सरकारीऔरनिजीसंस्थाएंअबई-रिक्शाकेमाध्यमसेमहिलाओंकोस्वरोजगारकेलिएप्रेरितकररहीहैं।उदाहरणकेलिए:

 •कुछराज्यसरकारेंमहिलास्व-सहायतासमूहोंकोलोनपरई-रिक्शाउपलब्धकरारहीहैं।

 •NGOऔरCSRप्रोजेक्ट्सकेतहतउन्हेंड्राइविंगप्रशिक्षण,वाहनरखरखावऔरउद्यमिताकीशिक्षादीजातीहै।

 •कुछशहरोंमें“पिंकई-रिक्शा”पहलचलाईजारहीहै,जोविशेषरूपसेमहिलाचालकोंऔरमहिलायात्रियोंकेलिएहोतीहै—जैसेलखनऊ,भोपालऔरपुणे।

 सुरक्षाऔरसामाजिकस्वीकृति

 महिलाओंद्वाराई-रिक्शाचलानासमाजमेंएकसकारात्मकबदलावलारहाहै।पहलेजहांउन्हेंआर्थिकगतिविधियोंमेंभागीदारीकममिलतीथी,अबवेखुद:

 •स्कूलोंमेंबच्चोंकोछोड़नेऔरलानेकाकार्यकररहीहैं,

 •बाजारोंमेंछोटेस्तरपरसमानढोनेकाकामकररहीहैं,

 •औरस्थानीयट्रांसपोर्टमेंनियमितसेवादेरहीहैं।

 इससेउनकासामाजिकआत्मविश्वासबढ़रहाहैऔरपरिवारकीआयमेंउनकायोगदानभी।इसकेसाथ-साथ,कईपरिवारोंनेमहिलासदस्यकेड्राइविंगकोसम्मानऔरसमर्थनदेनाशुरूकरदियाहै।

 प्रशिक्षणऔरनेटवर्ककीआवश्यकता

 हालांकियहपहलसराहनीयहै,लेकिनइसकेलिएव्यवस्थितसमर्थननेटवर्ककीआवश्यकताहै।इसकेअंतर्गत:

 •महिलाचालकोंकेलिएअलगप्रशिक्षणकेंद्र

 •महिला-फ्रेंडलीचार्जिंगस्टेशनऔरबैटरीसहायतासेवाएं

 •महिलाचालकोंकीसुरक्षाकेलिएGPSट्रैकिंगऔरहेल्पलाइनसपोर्ट

 येसभीसेवाएंमिलकरमहिलाओंकोइससेक्टरमेंलंबेसमयतकटिकेरहनेऔरसफलताप्राप्तकरनेमेंमददकरेंगी।

 हमारेमंचकीभूमिका

 हमारीयोजनाभविष्यमेंऐसाप्लेटफॉर्मतैयारकरनेकीहैजो:

 •महिलाचालकोंकेलिएप्रशिक्षणऔरमार्गदर्शनप्रदानकरसके,

 •उन्हेंशुरुआतीफाइनेंस,बीमाऔरमेंटेनेंससुविधासेजोड़सके,

 •औरखासतौरपरग्रामीणवशहरीक्षेत्रोंमेंमहिलाई-ड्राइवरनेटवर्ककोमजबूतकरसके।

 हमचाहतेहैंकिमहिलाएंइसटेक्नोलॉजीबदलावकीहिस्सेदारनहीं,नेतृत्वकर्ताबनें।

 निष्कर्ष:

 इलेक्ट्रिकथ्री-व्हीलरमहिलाओंकेलिएकेवलएकवाहननहीं,बल्किसशक्तिकरणकाएकमाध्यमबनचुकाहै।इसकीमददसेमहिलाएंपरिवहनउद्योगमेंअपनीपहचानबनारहीहैंऔरसमाजमेंनयारोलमॉडलप्रस्तुतकररहीहैं।आनेवालेसमयमेंयहबदलावनकेवलमहिलाओंकेजीवनकोबेहतरबनाएगा,बल्किभारतकोएकअधिकसमावेशीऔरसततभविष्यकीओरलेजाएगा।