महिलाओं के लिए परिवहन से स्वरोजगार तक: इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर का बढ़ता प्रभाव
भारतमेंमहिलासशक्तिकरणकेवलशिक्षायास्वास्थ्यतकसीमितनहींरहगयाहै।अबमहिलाएंपरिवहनजैसेपरंपरागतरूपसेपुरुष-प्रधानक्षेत्रमेंभीप्रवेशकररहीहैं,औरइसकाबड़ाश्रेयजाताहै—इलेक्ट्रिकथ्री-व्हीलर(ई-रिक्शा)को,जिसनेड्राइविंगकोआसान,सुरक्षितऔरकिफायतीबनादियाहै।
परिवहनउद्योगमेंमहिलाओंकीनईभूमिका
जहांपहलेमहिलाएंपरिवहनसेवाकाउपयोगकर्ताथीं,वहींअबवेस्वयंइससेवाकीप्रदाताऔरउद्यमीबनरहीहैं।इसकेपीछेमुख्यकारणहैं:
•ई-थ्री-व्हीलरचलानापारंपरिकगियरवाहनकीतुलनामेंसरलहोताहै।
•यहवाहनकमशोर,कमवाइब्रेशन,औरहल्कासंचालनप्रदानकरताहै,जिससेमहिलाएंआरामसेइसेनियंत्रितकरसकतीहैं।
•ड्राइविंगलाइसेंसप्राप्तकरनाऔरप्रशिक्षणलेनाअबकईराज्योंमेंमहिलाविशेषकार्यक्रमोंकेतहतसरलऔरनिःशुल्कहोगयाहै।
रोजगारसेआत्मनिर्भरतातक
सरकारीऔरनिजीसंस्थाएंअबई-रिक्शाकेमाध्यमसेमहिलाओंकोस्वरोजगारकेलिएप्रेरितकररहीहैं।उदाहरणकेलिए:
•कुछराज्यसरकारेंमहिलास्व-सहायतासमूहोंकोलोनपरई-रिक्शाउपलब्धकरारहीहैं।
•NGOऔरCSRप्रोजेक्ट्सकेतहतउन्हेंड्राइविंगप्रशिक्षण,वाहनरखरखावऔरउद्यमिताकीशिक्षादीजातीहै।
•कुछशहरोंमें“पिंकई-रिक्शा”पहलचलाईजारहीहै,जोविशेषरूपसेमहिलाचालकोंऔरमहिलायात्रियोंकेलिएहोतीहै—जैसेलखनऊ,भोपालऔरपुणे।
सुरक्षाऔरसामाजिकस्वीकृति
महिलाओंद्वाराई-रिक्शाचलानासमाजमेंएकसकारात्मकबदलावलारहाहै।पहलेजहांउन्हेंआर्थिकगतिविधियोंमेंभागीदारीकममिलतीथी,अबवेखुद:
•स्कूलोंमेंबच्चोंकोछोड़नेऔरलानेकाकार्यकररहीहैं,
•बाजारोंमेंछोटेस्तरपरसमानढोनेकाकामकररहीहैं,
•औरस्थानीयट्रांसपोर्टमेंनियमितसेवादेरहीहैं।
इससेउनकासामाजिकआत्मविश्वासबढ़रहाहैऔरपरिवारकीआयमेंउनकायोगदानभी।इसकेसाथ-साथ,कईपरिवारोंनेमहिलासदस्यकेड्राइविंगकोसम्मानऔरसमर्थनदेनाशुरूकरदियाहै।
प्रशिक्षणऔरनेटवर्ककीआवश्यकता
हालांकियहपहलसराहनीयहै,लेकिनइसकेलिएव्यवस्थितसमर्थननेटवर्ककीआवश्यकताहै।इसकेअंतर्गत:
•महिलाचालकोंकेलिएअलगप्रशिक्षणकेंद्र
•महिला-फ्रेंडलीचार्जिंगस्टेशनऔरबैटरीसहायतासेवाएं
•महिलाचालकोंकीसुरक्षाकेलिएGPSट्रैकिंगऔरहेल्पलाइनसपोर्ट
येसभीसेवाएंमिलकरमहिलाओंकोइससेक्टरमेंलंबेसमयतकटिकेरहनेऔरसफलताप्राप्तकरनेमेंमददकरेंगी।
हमारेमंचकीभूमिका
हमारीयोजनाभविष्यमेंऐसाप्लेटफॉर्मतैयारकरनेकीहैजो:
•महिलाचालकोंकेलिएप्रशिक्षणऔरमार्गदर्शनप्रदानकरसके,
•उन्हेंशुरुआतीफाइनेंस,बीमाऔरमेंटेनेंससुविधासेजोड़सके,
•औरखासतौरपरग्रामीणवशहरीक्षेत्रोंमेंमहिलाई-ड्राइवरनेटवर्ककोमजबूतकरसके।
हमचाहतेहैंकिमहिलाएंइसटेक्नोलॉजीबदलावकीहिस्सेदारनहीं,नेतृत्वकर्ताबनें।
निष्कर्ष:
इलेक्ट्रिकथ्री-व्हीलरमहिलाओंकेलिएकेवलएकवाहननहीं,बल्किसशक्तिकरणकाएकमाध्यमबनचुकाहै।इसकीमददसेमहिलाएंपरिवहनउद्योगमेंअपनीपहचानबनारहीहैंऔरसमाजमेंनयारोलमॉडलप्रस्तुतकररहीहैं।आनेवालेसमयमेंयहबदलावनकेवलमहिलाओंकेजीवनकोबेहतरबनाएगा,बल्किभारतकोएकअधिकसमावेशीऔरसततभविष्यकीओरलेजाएगा।