ग्रामीण भारत में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर: एक टिकाऊ परिवर्तन की ओर कदम
भारतकी65%सेअधिकआबादीआजभीग्रामीणक्षेत्रोंमेंरहतीहै।यहांपरिवहनकीसुविधाएंअभीभीसीमितहैं–चाहेवहगांवसेबाजारतकपहुंचनेकीबातहो,यास्कूल,अस्पतालऔरसरकारीसेवाओंतक।इनजरूरतोंकोध्यानमेंरखतेहुए,इलेक्ट्रिकथ्री-व्हीलरग्रामीणपरिवहनकेलिएएकलागत-कुशल,पर्यावरण-अनुकूलऔरटिकाऊसमाधानकेरूपमेंसामनेआरहेहैं।
क्योंग्रामीणभारतकोचाहिएई-थ्री-व्हीलर?
ग्रामीणइलाकोंमेंलोगोंकोरोजमर्राकेकामोंकेलिए5से20किलोमीटरकीदूरीतयकरनीपड़तीहै।इसदूरीकेलिएडीज़लचालितऑटोयाजीपेंआमतौरपरमहंगीऔरप्रदूषणफैलानेवालीहोतीहैं।वहीं,बैटरीचालितथ्री-व्हीलर:
•कमखर्चीले:एकबारचार्जमें80–100किमीतकचलसकतेहैं,औरलागतबहुतकमहोतीहै।
•शोररहितऔरप्रदूषण-मुक्त:गांवोंमेंवायुऔरध्वनिप्रदूषणकोनियंत्रितरखनेमेंमदद।
•कमरखरखाव:ग्रामीणक्षेत्रोंमेंआसानीसेऑपरेटकिएजासकतेहैं,जहांमैकेनिकयागैरेजसीमितहैं।
आयकानयासाधन:चालकभी,स्वामीभी
ई-थ्री-व्हीलरनकेवलयात्रियोंकोलेजानेमेंमददकरताहै,बल्किग्रामीणयुवाओंकेलिएरोजगारऔरस्वरोजगारकाएकसशक्तमाध्यमभीबनरहाहै।कईराज्यसरकारेंआजयुवाओंकोई-रिक्शाखरीदनेकेलिएलोनसुविधायासब्सिडीप्रदानकररहीहैं।
इसप्रकार,एकड्राइवरस्वयंकामालिकबनसकताहै–जोगांवसेबाजारतकयात्रियोंयाउत्पादोंकोपहुंचाकरदैनिकआयअर्जितकरताहै।यहआर्थिकआत्मनिर्भरताकीदिशामेंएकसशक्तकदमहै।
कृषिउत्पादोंकेपरिवहनमेंलाभ
भारतकागांवकेवलनिवासस्थाननहीं,बल्किउत्पादनकेंद्रभीहै।यहांसेफल,सब्ज़ियां,दूध,अंडेजैसेउत्पादमंडीतकपहुंचाएजातेहैं।इलेक्ट्रिककार्गोथ्री-व्हीलरकिसानोंऔरछोटेव्यापारियोंकेलिएबेहदफायदेमंदहैं:
•दूधयासब्जीजैसेखराबहोनेवालेसामानकोसमयपरमंडीतकपहुंचानाआसानहोताहै।
•लागतकमहोनेसेमुनाफाबढ़ताहै।
•बारिश,कीचड़याखराबसड़कपरबेहतरस्थिरतामिलतीहै।
चार्जिंगकीचुनौती:अवसरमेंबदलीजासकतीहै
ग्रामीणक्षेत्रोंमेंचार्जिंगकीसमस्याएकबड़ीचिंतारहीहै।लेकिनअबकईकंपनियांसोलरचार्जिंगस्टेशन,बैटरीस्वैपिंगसिस्टम,औरयहांतककिमोबाइलचार्जिंगयूनिटपरकामकररहीहैं।
इसकेअलावा,यदिकोईपंचायतयासहकारीसंस्थाबैटरीचार्जिंगकेंद्रशुरूकरतीहै,तोयहनकेवलसेवाबनसकतीहै,बल्किस्थानीयआयकाभीस्रोतहोसकतीहै।
सरकारीयोजनाएंऔरसमर्थन
भारतसरकारकीप्रधानमंत्रीग्रामीणसड़कयोजना,राष्ट्रीयई-वाहननीति,औरकईराज्ययोजनाएंग्रामीणईवीउपयोगकर्ताओंकोबढ़ावादेरहीहैं।छत्तीसगढ़,बिहार,उत्तरप्रदेशऔरओडिशाजैसेराज्योंमेंई-रिक्शाखरीदनेपरसब्सिडी,रोडटैक्समेंछूट,औरलोनसुविधाभीमिलरहीहै।
यदिइनप्रयासोंकोएकसहीदिशाऔरतकनीकीसमर्थनदियाजाए,तोग्रामीणभारतमेंईवीक्रांतिजल्दहीसाकारहोसकतीहै।
निष्कर्ष:
ग्रामीणभारतकेलिएइलेक्ट्रिकथ्री-व्हीलरकेवलएकपरिवहनसाधननहींहै,बल्कियहसामाजिकऔरआर्थिकबदलावकावाहकबनसकताहै।यहनकेवलयात्रियोंऔरकिसानोंकीसमस्याओंकासमाधानकरताहै,बल्कियुवाओंकोरोजगारऔरआत्मनिर्भरताकीओरभीलेजाताहै।
हमाराप्रयासहैकिहमआनेवालेसमयमेंऐसावाहनऔरसेवाप्लेटफॉर्मविकसितकरें,जोग्रामीणभारतकीवास्तविकजरूरतोंकोध्यानमेंरखे–मजबूत,सस्ता,टिकाऊऔरपूरीतरहसे“मेडफॉरभारत”।